आज संसद के मानसून सत्र के नौवें दिन भी विपक्ष का हंगामा देखने को मिला। इस बीच केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी कांग्रेस पर जमकर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज भी इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रही है कि एक आदिवासी, गरीब महिला देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद को सुशोभित कर रही है।
भाजपा ने लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ‘‘राष्ट्रपत्नी’’ कहकर संबोधित किए जाने को बृहस्पतिवार को ‘‘घृणित तथा समस्त मूल्यों एवं संस्कारों के विरुद्ध’’ करार दिया। पार्टी ने देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन एक आदिवासी महिला का अनादर करने के लिए कांग्रेस से माफी मांगने की मांग की।रंजन चौधरी ने बुधवार को एक निजी चैनल के कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू को ‘‘राष्ट्रपत्नी’’ कहकर संबोधित किया था।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा क द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्र की पत्नी के रूप में संबोधित किया जाना भारत के हर मूल्य और संस्कार के विरुद्ध है। यह जानते हुए कि यह संबोधन उस सर्वोच्च संवैधानिक पद की गरिमा पर आघात करता है। तब भी कांग्रेस के एक पुरुष नेता ने यह घृणित कार्य किया है। उन्होंने कांग्रेस को आदिवासी, गरीब और महिला विरोधी पार्टी बताया। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आरोप लगाया कि द्रौपदी मुर्मू को जब राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया। तभी से कांग्रेस उनका उपहास कर रही है और इस क्रम में उसने उन्हें कभी कठपुतली तो कभी अशुभ और अमंगल का प्रतीक कहा।

स्मृति ईरानी ने कहा कि मुर्मू के एक ऐतिहासिक चुनाव जीतने के बाद, कांग्रेस आज भी इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रही है कि एक आदिवासी, गरीब महिला देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद को सुशोभित कर रही है।
स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस का इस हद तक गिर जाना। देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर आसीन एक आदिवासी और गरीब परिवार की महिला का इस प्रकार से अनादर करना और उनकी गरिमा को ठेस पहुँचाना। कांग्रेस ने सोनिया गांधी की अध्यक्षता में यह संस्काररहित, मूल्यविहीन एवं संविधान को चोट पहुंचाने वाला काम किया है। उन्होंने कहा कि संसद में और सड़क पर कांग्रेस और उनके नेताओं को देश की प्रथम नागरिक और देश से माफी मांगनी चाहिए।
