कैबिनेट मंत्री पार्थ चटर्जी को ममता सरकार ने तत्काल प्रभाव से पद से बर्खास्त कर दिया गया है। इससे पहले सूत्रों ने बताया था कि राज्य कैबिनेट की बैठक के दौरान पार्थ चटर्जी को पश्चिम बंगाल कैबिनेट से हटाने के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई।
एसएससी घोटाला
ममता सरकार ने एसएससी घोटाले में आरोपी कैबिनेट मंत्री पार्थ चटर्जी को तत्काल प्रभाव से पद से बर्खास्त कर दिया गया है। इससे पहले सूत्रों ने बताया था कि राज्य कैबिनेट की बैठक के दौरान पार्थ चटर्जी को पश्चिम बंगाल कैबिनेट से हटाने के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई। सरकार ने एक आदेश जारी कर उन्हें हटाने की सूचना दी है।

हटाए गए मंत्री पद से
पार्थ चटर्जी फिलहाल उद्योग मंत्री थे। जब वह शिक्षा मंत्री थे उस दौरान यह घोटाला हुआ था जिसके लिए उन्हें गिरफ्तार किया गया। बंगाल के चीफ सेक्रेटरी की तरफ से जारी आदेश के अनुसार, पार्थ चटर्जी को उद्योग मंत्री के पद से हटाए जाने के साथ-साथ बाकी पदों से भी हटाया गया। इसमें सूचना एवं प्रसारण विभाग, संसदीय मामलों से जुड़े विभाग भी शामिल हैं।
ईडी ने किया गिरफ्तार
ईडी ने पार्थ चटर्जी को शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किया है। पार्थ की गिरफ्तारी अर्पिता मुखर्जी के पकड़े जाने के बाद हुई थी। अर्पिता के घर पर मारे गए छापे में 20 करोड़ के करीब रुपये कैश मिला था। इसके बाद बुधवार को अर्पिता के दूसरे फ्लैट में छापेमारी की गई थी। यहां भी 20 करोड़ रुपये कैश बरामद हुए। साथ ही कई किलो सोना भी वहां से बरामद हुआ था। ईडी का मानना है कि यह वही पैसा है जो कि शिक्षक भर्ती में हुए घोटाले में घूस के तौर पर लिया गया था।
