दिल्ली हाईकोर्ट ने गोवा में अवैध बार केस में कांग्रेस नेताओं को शुक्रवार को समन भेजा। बेटी जोइश ईरानी का नाम अवैध बार में आने के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कोर्ट में केस दायर किया था। दिल्ली हाईकोर्ट ने जयराम रमेश, पवन खेड़ा और नेट्टा डिसूजा को समन जारी कर कहा कि जोइश पर आरोप लगाने वाले सभी ट्वीट डिलीट करें।
आरोपों से ईरानी की छवि को नुकसान हुआ
जस्टिस मिनी पुष्कर्ण की सिंगल जज बेंच ने कहा कि 18 अगस्त तक इन तीनों नेताओं को अपने जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने कहा कि स्मृति की बेटी जोइश के खिलाफ तथ्यों की जांच किए बिना आरोप लगाए गए हैं।


इससे स्मृति की छवि को भी नुकसान पहुंचा है। कोर्ट ने यह भी कहा कि ईरानी को कभी भी कोई लाइसेंस जारी नहीं किया गया था। 24 जुलाई को स्मृति ने कांग्रेस और उसके तीनों के खिलाफ 2 करोड़ की मानहानि का केस भी किया था।
हम कोर्ट के सामने सच लाएंगे – जयराम रमेश बोले
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने समन मिलने की खबर के बाद ट्वीट किया। लिखा, “दिल्ली हाईकोर्ट ने हमें स्मृति ईरानी द्वारा दायर मामले का औपचारिक जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया है। हम कोर्ट के सामने फैक्ट रखने के लिए उत्सुक हैं। हम ईरानी की बातों को खारिज करेंगे और उन्हें दोबारा चुनौती देंगे।”
कांग्रेस ने जोइश ईरानी पर लगाया आरोप
यह मामला तब शुरू हुआ था, जब कांग्रेस ने आरोप लगाया कि स्मृति ईरानी की बेटी जोइश ईरानी गोवा में सिली सोल्स कैफे एंड बार नाम से जो रेस्टोरेंट चलाती हैं, उसका लाइसेंस अवैध है। मालिकों ने शराब के लाइसेंस को जिसके नाम से रिन्यू कराया, उसकी 13 महीने पहले मौत हो चुकी है। इस संबंध में वकील एरेज रोड्रिग्ज ने शिकायत की थी।
