- किसान आंदोलन के समर्थन का एक अनोखा ही तरीका देखने को मिला। किसान आंदोलन के समर्थन का ये अंदाज़ अब चर्चा में है।

किसान आंदोलन अपने पूरे ज़ोर पर है। पंजाब से उठी किसान आंदोलन की आवाज़ अब पूरे देश में गूंजने लगी है। देखा जाए तो अब ये किसान आंदोलन सिर्फ किसानों का आंदोलन न रहकर एक लोक आंदोलन बन चूका है। हर कोई अपने हिसाब से इस आंदोलन में अपना बनता योगदान दे रहा है। कुछ ऐसा ही देखने को मिला उत्तर प्रदेश के अमरोहा से।
यहां की तहसील धनोरा क्षेत्र में किसान आंदोलन का अनोखा समर्थन देखने को मिला है. यहां दूल्हा ट्रैक्टर से दुल्हन को ससुराल से लेकर आएगा. यह अनोखा तरीका क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है. 70 दिन से ज्यादा किसान धरने पर बैठे हैं, लेकिन एक किसान ऐसा भी है, जिसने अपने बेटे की शादी के करीब 2000 कार्ड छपवाये हैं और उन पर ‘NO FARMERS NO FOOD’ छपवाया है. किसान के बेटे की शादी 7 फरवरी को है. दूल्हा हरमिंदर सिंह अपनी नई नवेली दुल्हन को ट्रैक्टर पर लेकर आएगा, इतना ही नहीं, जिस ट्रैक्टर पर दुल्हन सवार होकर अपने ससुराल पहुंचेगी, कार्ड पर भी ट्रैक्टर का फोटो छपवाया है.
आपको बता दें कि, किसान आंदोलन का अनोखा समर्थन अमरोहा के चांदरा फार्म में देखने को मिला है. जहां एक दूल्हा अपनी नई नवेली दुल्हन को ट्रैक्टर पर सवार कर अपने घर लाएगा. यूं तो किसानों को दिल्ली में धरने पर बैठे 70 दिन से भी ज्यादा हो गए हैं, लेकिन किसान शादी के बहाने भी कृषि बिल के विरोध जताने के लिए अपने बेटे की दुल्हन को भी ट्रैक्टर से लाएगा. इतना ही नहीं, किसान ने अपने बेटे की शादी में करीब 2000 कार्ड छपवाए हैं. उनके मुताबिक एक परिवार में पांच से 10 लोग रहते हैं और इन छोटे से कार्डों पर छपे नो फार्मर नो फूड यानी कृषि बिल का विरोध शादी के कार्ड के बहाने 2000 लोगों तक यह संदेश पहुंचेगा.

सात फरवरी को किसान के बेटे की बारात जानी है. घर में साजो सजावट हो चुकी है. हलवाई भी अपने काम पर लग गए हैं. घर की महिलाएं घर में मेहंदी लगवा रही हैं, पूरा घर खुशियां भी मना रहा है तो दूसरी तरफ कृषि बिल का विरोध भी जता रहा है.
